Navratri में क्या खाना चाहिए? | Benefits of Fasting in Navratri

नवरात्रि एक पवित्र हिंदू पर्व है, जिसमें नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न नौ रूपों की पूजा की जाती है। यह साल में चार बार आती है, लेकिन मुख्य रूप से चैत्र नवरात्रि (मार्च-अप्रैल) और शारदीय नवरात्रि (सितंबर-अक्टूबर) को प्रमुखता दी जाती है।
आचार्य मनीष जी कहते हैं कि “लंघन परम औषधि ” मतलब उपवास किसी भी बीमारी की सबसे अच्छी दवा है. उपवास करने से हमारा शरीर ditoxify होता है और बीमारियां दूर भागती हैं. आचार्य जी Benefits of Fasting in Navratri बताते हुए कहते हैं कि व्रत का मतलब भूखा रहना होता है नाकि तरह तरह के व्यंजन खाना। व्रत तभी आपको फल देतें हैं जब आप तन मन से सात्विक हो जाते हैं. Navratri व्रत के फायदे बहोत सारे हैं, आइये जानते हैं नवरात्र क्यों मनाये जाते हैं
नवरात्रि हिंदू धर्म का एक पवित्र पर्व है, जिसे अशुभ शक्तियों पर शुभता की विजय और आध्यात्मिक एवं
शारीरिक उन्नति के लिए मनाया जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है, जिन्हें नवदुर्गा कहा जाता है:
शैलपुत्री – मां पार्वती का पहला रूप, जिन्हें हिमालय की पुत्री माना जाता है।
- ब्रह्मचारिणी – ज्ञान, तपस्या और साधना की देवी।
- चंद्रघंटा – सौम्यता और वीरता की प्रतीक, जिनके माथे पर अर्धचंद्र सुशोभित है।
- कूष्मांडा – ब्रह्मांड की सृजनकर्ता, जिन्हें आदि शक्ति माना जाता है।
- स्कंदमाता – भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की माता, जो प्रेम और ममता की प्रतीक हैं।
- कात्यायनी – दुष्टों का संहार करने वाली देवी, शक्ति और साहस की प्रतीक।
- कालरात्रि – अंधकार और बुरी शक्तियों का नाश करने वाली मां।
- महागौरी – शुद्धता, शांति और करुणा की देवी।
- सिद्धिदात्री – सभी सिद्धियों को देने वाली देवी, जो भक्तों को आशीर्वाद देती हैं।
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Toggleआइये जानते हैं Benefits of Fasting in Navratri
- यह पर्व आध्यात्मिक शुद्धि और नव ऊर्जा का स्रोत माना जाता है।
- व्रत और साधना के माध्यम से शरीर का शुद्धिकरण और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
- भक्तजन मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कन्या पूजन, हवन, जागरण और भजन-कीर्तन करते हैं।
- यह समय असत्य पर सत्य की विजय और अशुभ शक्तियों के नाश का प्रतीक है।
- नवरात्रि के व्रत सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, आत्म-संयम और आध्यात्मिक उन्नति का एक सुंदर संगम हैं। Navratri व्रत के फायदे आत्मशुद्धि, शरीर की सफाई और
- ईश्वरीय ऊर्जा से जुड़ने का श्रेष्ठ समय होता है।
नवरात्रि के व्रत क्यों महत्वपूर्ण हैं?
नवरात्रि के व्रत केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि इनके पीछे गहरी आध्यात्मिक और वैज्ञानिक मान्यताएं भी जुड़ी हुई हैं। आइए जानते हैं Benefits of Fasting in Navratri:
1. शारीरिक शुद्धि और डिटॉक्सिफिकेशन
नवरात्रि में उपवास करने से शरीर को आराम मिलता है और पाचन तंत्र को समय मिलता है खुद को ठीक करने का। हल्का और सात्विक भोजन शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है।
3. आध्यात्मिक विकास
नवरात्रि में नौ रूपों की पूजा से आंतरिक शक्ति और आत्मबल बढ़ता है। ये व्रत आत्म-नियंत्रण, संयम और संकल्प की शक्ति को भी विकसित करते हैं।
4. प्रकृति के साथ सामंजस्य
नवरात्रि का समय मौसम परिवर्तन का होता है – गर्मी से सर्दी या सर्दी से गर्मी में संक्रमण। यह समय शरीर के लिए संवेदनशील होता है, इसलिए व्रत के माध्यम से शरीर को अनुकूल करने का अवसर मिलता है।
5. पॉजिटिव एनर्जी और वातावरण
व्रत रखने वाले लोग अधिकतर सात्विक आहार लेते हैं, मंदिर जाते हैं, पूजा-पाठ करते हैं जिससे न केवल व्यक्ति बल्कि पूरा वातावरण सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है।
Navratri में क्या खाना चाहिए
नवरात्रि व्रत के दौरान सात्विक आहार को प्राथमिकता दी जाती है, जिससे शरीर डिटॉक्स होता है और मानसिक शांति मिलती है। आइये जानते हैं Navratri उपवास में क्या खाएं :
1. फल और ड्राई फ्रूट्स
सेब, केला, अनार, पपीता, अंगूर आदि फल खाएं।
बादाम, काजू, किशमिश, मखाना और अखरोट पोषण के लिए उत्तम हैं।
2. सात्विक अनाज
- समक चावल – इसे व्रत में चावल की जगह खाया जाता है।
- कुट्टू का आटा – इससे पराठा, पूरी या पकौड़े बनाए जा सकते हैं।
- सिंघाड़े का आटा – हलवा, पराठा या चिल्ला बनाने के लिए बढ़िया विकल्प।
- राजगिरा (अमरंथ) – इसे रोटी, खिचड़ी या लड्डू के रूप में खा सकते हैं।
3. दूध और डेयरी उत्पाद
दूध, दही, पनीर और छाछ का सेवन करें।
मखाने की खीर, साबूदाने की खीर आदि भी बना सकते हैं।
4. सब्जियां और हर्ब्स
आलू, शकरकंद, अरबी जैसी जड़ वाली सब्जियां खा सकते हैं।
टमाटर, लौकी, कद्दू, पालक जैसी हल्की सब्जियां उपयुक्त हैं।
धनिया, हरी मिर्च, सेंधा नमक और नींबू का प्रयोग करें।
5. साबूदाना व्यंजन
- साबूदाने की खिचड़ी
- साबूदाने के वड़े
- साबूदाने की खीर
6. पेय पदार्थ
- नारियल पानी
- नींबू पानी
- छाछ और मट्ठा
- फल या दूध से बनी स्मूदी
7. मिठाइयाँ
- मखाने की खीर
- राजगिरा लड्डू
- साबूदाना खीर
Navratri व्रत डाइट प्लान
नवरात्री में सिर्फ हल्का और सात्विक भोजन ही खाएं. सुबह फ्रूट्स खाएं, दोपहर को सब्जियां जैसे आलू, शकरकंद, अरबी या फिर साबूदाना की खिचड़ी खा सकते हैं. शाम को कोई भी पेय पी सकतें हैं या समक के चावल भी खा सकते हैं. ये Navratri व्रत डाइट प्लान फॉलो करने से आपकी बॉडी ditoxify हो कर अधिक ऊर्जावान और स्वस्थ हो जाती है.
Conclusion
Benefits of Fasting in Navratri केवल धार्मिक उपवास का समय नहीं है, बल्कि आयुर्वेद के अनुसार यह शरीर, मन और आत्मा को शुद्ध करने का एक उत्तम अवसर भी है। इस दौरान उपवास, सात्विक भोजन, ध्यान और योग से न केवल शरीर डिटॉक्स होता है बल्कि पाचन तंत्र सुधरता है, मानसिक संतुलन बना रहता है और ऊर्जा संतुलन भी स्थापित होता है। यह केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और आत्मिक शुद्धि का माध्यम भी है, जिससे व्यक्ति को आंतरिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।