कैंसर को हराने में कारगर है गोल्डन थेरेपी- जानिए कैसे काम करती है

कैंसर को हराने में कारगर है गोल्डन थेरेपी – कैंसर एक गंभीर बीमारी है जिसमें शरीर की कोशिकाएं बिना नियंत्रण के बढ़ती हैं, जिससे गांठ (ट्यूमर) बनती है और आसपास के अंग प्रभावित होते हैं। यह बीमारी त्वचा, फेफड़े, लीवर, स्तन, पेट और रक्त जैसे कई अंगों को प्रभावित कर सकती है। आचार्य मनीष जी प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपचारों के समर्थक हैं और अपनी “2D – Drugs and Disease-Free India” मुहिम के तहत यह संदेश देते हैं कि केवल दवाइयों पर निर्भर रहना स्थायी समाधान नहीं है। आयुर्वेदिक उपचार, जड़ी-बूटियाँ और सही जीवनशैली अपनाकर कैंसर जैसी बीमारियों से प्राकृतिक रूप से लड़ा जा सकता है। ऐसे में गोल्डन थेरेपी कैंसर को हराने में कारगर साबित हो रही है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कोशिकाओं को स्वस्थ करती है।
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Toggleगोल्डन थेरेपी क्या है?
गोल्डन थेरेपी एक आयुर्वेदिक उपचार है जिसमें प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और पौधों का इस्तेमाल किया जाता है। इस थेरेपी में कई तरह के पौधों और जड़ी-बूटियों को मिलाकर एक पेस्ट तैयार किया जाता है, जिसे पैरों से रगड़ते हुए धीरे-धीरे दबा कर मसलते हैं। इसका उद्देश्य शरीर के भीतर जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना है।
गोल्डन थेरेपी में उपयोग की जाने वाली मुख्य सामग्री
1. बरगद के पत्ते (Banyan Leaves – Bargad ke Patte)
- प्रमुख गुण: शरीर में नई कोशिकाएँ बनाने में मदद करते हैं और घाव भरने में सहायक होते हैं
- उपयोग मात्रा: 20-30 पत्ते।
2. करेला (Bitter Gourd – Karela)
- प्रमुख गुण: खून साफ करता है और शरीर से गंदगी बाहर निकालने में मदद करता है। कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में भी सहायक माना जाता है।
- उपयोग मात्रा: 2-3।
3. अमरूद के पत्ते (Guava Leaves – Amrud ke Patte)
- प्रमुख गुण: सूजन कम करते हैं और शरीर को मजबूत बनाने वाले गुण (एंटीऑक्सीडेंट) भरपूर मात्रा में होते हैं।
- उपयोग मात्रा: 10-20 पत्ते।
4. नीम के पत्ते (Neem Leaves)
- प्रमुख गुण: शरीर को संक्रमण से बचाते हैं और खून को साफ करते हैं।
- उपयोग मात्रा: 50-100 पत्ते।
5. पीपल के पत्ते (Peepal Leaves)
- प्रमुख गुण: सांस से जुड़ी समस्याओं में राहत देते हैं और शरीर की रक्षा करने वाली ताकत (इम्यूनिटी) बढ़ाते हैं।
- उपयोग मात्रा: 40-50 पत्ते।
6. दूब घास (Grass – Doob Ghas)
- प्रमुख गुण: शरीर को ठंडक देती है और सूजन कम करने में मदद करती है।
- उपयोग मात्रा: थोड़ी सी |
7. कच्ची हल्दी (Raw Turmeric – Kachi Haldi)
- प्रमुख गुण: इसमें एक खास तत्व होता है जो शरीर से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकता है।
- उपयोग मात्रा: 2 टुकड़े।
गोल्डन थेरेपी के फायदे:
गोल्डन थेरेपी के फायदे बहुत व्यापक हैं और यह न केवल कैंसर को हराने में मदद करती है, बल्कि पूरे शरीर के स्वास्थ्य में भी सुधार करती है। यहां कुछ प्रमुख लाभ दिए गए हैं:
1. कैंसर से छुटकारा पाने का उपाय:
गोल्डन थेरेपी शरीर को शुद्ध करने के साथ-साथ कैंसर की कोशिकाओं से भी लड़ने में सहायक होती है। यह थेरेपी शरीर में सकारात्मक बदलाव लाती है, जिससे शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त करने में मदद मिलती है। साथ ही, शरीर की रक्षा क्षमता बढ़ती है और वह विभिन्न रोगों से लड़ने में सक्षम होता है।
2. शरीर की सफाई में मददगार:
यह थेरेपी शरीर के अंदर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है। इससे रक्त शुद्ध होता है और शरीर का पाचन तंत्र बेहतर काम करता है।
3. इम्यूनिटी को मजबूत बनाना:
गोल्डन थेरेपी शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करती है, जिससे शरीर किसी भी संक्रमण और बीमारी से लड़ने में सक्षम होता है।
4. कोशिकाओं को स्वस्थ बनाना:
बरगद के पत्तों और कच्ची हल्दी के गुण शरीर की कमजोर कोशिकाओं को फिर से मजबूत बनाने में मदद करते हैं, जिससे शरीर स्वस्थ होता है।
5. शरीर को ठंडक और ऊर्जा देना:
दूब घास शरीर को ठंडक प्रदान करती है और नई ऊर्जा का संचार करती है, जिससे थकावट कम महसूस होती है।
6. सूजन और जलन को कम करना:
अमरूद के पत्ते और दूब घास में ऐसे गुण होते हैं जो शरीर की अंदरूनी सूजन और जलन को शांत करते हैं।
गोल्डन थेरेपी कैसे करें?
गोल्डन थेरेपी को घर पर भी किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए सही तरीके का पालन करना बेहद जरूरी है। यह थेरेपी पैरों से मसाज करने के द्वारा की जाती है।
- सामग्री मिला: पहले सभी सामग्री को एक साथ मिलाकर एक पेस्ट तैयार किया जाता है
- पैरों से मथना: इस पेस्ट को एक प्लेट पर फैलाकर पैरों से रगड़ते हुए धीरे-धीरे दबा कर मसलते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान आपको अपने मुँह में इसका स्वाद महसूस होने लगेगा
- समय: यह प्रक्रिया लगभग 15-30 मिनट तक की जाती है, ताकि शरीर को इसे प्रभावी रूप से काम करने का पर्याप्त समय मिल सके
- स्वाद का आना: जैसे-जैसे थेरेपी चलती है, मुँह में इसका स्वाद आना शुरू हो जाता है, जो यह दर्शाता है कि यह थेरेपी सही तरीके से काम कर रही है
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गोल्डन थेरेपी के बारे में Acharya Manish Ji के टिप्स:
आचार्य मनीष जी का कहना है कि गोल्डन थेरेपी एक प्रभावी और प्राकृतिक तरीका है, जो शरीर को अंदर से शुद्ध करता है और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।आचार्य जी के अनुसार, इस थेरेपी को नियमित रूप से करने से शरीर में अत्यधिक सुधार होता है और इम्यूनिटी मजबूत होती है, जिससे कैंसर के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलती है।
निष्कर्ष:
गोल्डन थेरेपी एक अद्भुत और प्राकृतिक तरीका है, जो कैंसर को हराने में कारगर है गोल्डन थेरेपी। यह शरीर को शुद्ध करने, इम्यूनिटी को बढ़ाने, और कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने में मदद करती है। कैंसर का इलाज अब सिर्फ पारंपरिक विधियों तक सीमित नहीं है, बल्कि आयुर्वेद और गोल्डन थेरेपी जैसे प्राकृतिक उपायों से भी संभव हो सकता है।
अगर आप कैंसर से जूझ रहे हैं या किसी को जानते हैं जो इस बीमारी से लड़ रहा है, तो गोल्डन थेरेपी के फायदे को ध्यान में रखते हुए इस उपचार को एक विकल्प के रूप में आजमाया जा सकता है। यह थेरेपी शरीर के भीतर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है और आपके शरीर को एक नई ऊर्जा और ताकत प्रदान करती है।