मासिक-धर्म के दौरान होने वाली मुख्य समस्याएं और घरेलु उपचार
माहवारी यानि पीरियड्स (Periods)महिलाओं में होने वाली एक प्राकृतिक ( natural ) क्रिया है जिसके बारे में जानना हर लड़की के लिए ज़रूरी है | हांलाकि आज कल की नई पीढ़ी पढ़ी लिखी है। लेकिन इस मामले में अभी भी काफी लोगों को में इस जानकारी का अभाव है। आज भी इस विषय पर लोग खुल कर बात नहीं करते हैं।
कई लड़कियों को तो पीरियड्स के आने के बाद भी पता नहीं होता कि उनके साथ क्या हो रहा है। गाँव के इलाको (ग्रामीण इलाकों ) तथा शहरों में आज भी कुछ लोग इसे एक बीमारी की तरह देखते हैं जो एक गलत धारणा है। हम कुछ सही कुछ घरेलु उपचार (Home Remedies) अपनाकर इस क्रिया में होने वाले बदलाव से राहत पा सकते है। आज हम जानगे मासिक धर्म की समस्या से जुड़े कुछ घरेलु उपचार (Periods Cramps Home Remedies) |
Table of Contents
Toggleमासिक-धर्म या पीरियड्स क्या होते हैं ? (Periods/Menstruation)
लड़कियों में पीरियड्स (Menstruation)होने का मतलब होता है अंडाशयों यानी कि ओवरीज़ का विकसित होना है। इससे तात्पर्य है कि उनके अंडाशय अब अंडे बनाने के लायक हो गए हैं जो कि गर्भधारण यानी कि प्रेग्नेंसी के लिए ज़रूरी हैं। इसलिए पीरियड्स सिर्फ लड़कियों को होते हैं।
मासिक धर्म चक्र प्रक्रिया (Menstrual Cycle)
लड़कियों में पीरियड्स आने की शुरुआत 12 साल से 15 साल में कभी भी हो सकती है। पीरियड्स का चक्र रजनोवृत्ति तक चलते हैं और सामान्य रूप से ये महिलाओं में 50 वर्ष की आयु तक बंद हो जाता है। पीरियड्स का चक्र 28 दिनों का होता है लेकिन कुछ लड़कियों में पीरियड्स का समय अलग होता है। जैसे किसी लड़की का पीरियड्स चक्र 32 दिन का होता है तो किसी और लड़की का पीरियड्स का चक्र 25 दिन का होता है। कुछ लड़कियों या महिलाओं को पीरियड्स 3 से 5 दिनों तक रहती है, तो कुछ को 2 से 7 दिनों तक हो सकती है । हर लड़की में ये एक जैसे नहीं हो सकती है ये शरीर के हिसाब से होती है।
पीरियड्स के समय समस्या (Periods Problem)
1. पेट के निचले भाग में दर्द होना
2. उल्टी होना या डायरिया होना
3. कमज़ोरी महसूस होना या चक्कर आना
4. सर में दर्द होना या कमर में दर्द होना
5. पेट में ऐंठन होना
6. हैवी ब्लीडिंग
Periods के दौरान अपनाएं यह घरेलु नुस्खे (Periods Cramps Home Remedies)
*मासिक धर्म के दौरान पेट दर्द होना एक आम बात है। इस दर्द को लगभग हर महिला महसूस करती है लेकिन कईं बार दर्द बहुत ज्यादा होता है। ऐसे में आप गर्म पानी की बोतल का सेक ले सकतें हैं।
* पीरियड्स ठीक से न आने की समस्या से आज बहुत सी महिलाएं प्रभावित हैं। यह प्रक्रिया ठीक से न होने पर हींग का सेवन इस समस्या से राहत प्रदान कर सकता है।
* अनियमित पीरियड्स की समस्या से आज बहुत सी महिलाएं परेशान हैं। कभी पीरियड्स जल्दी आ रहे हैं तो कभी देर से आ रहे हैं। इस समस्या से राहत पाने के लिए सौंफ और तिल का सेवन बहुत ही ज्यादा फायदेमंद हैं। पीरियड्स शुरू होने से पहले अगर सौंफ या तिल का सेवन किया जाये तो पीरियड्स समय पर आते हैं।
ऊपर दिये गए पीरियड्स के दर्द में यह घरेलु उपचार काफी लाभ दे सकते है (Periods Cramps Home Remedies)
पीरियड्स में क्या खाएं:- (What to Eat in Periods)
* तुलसी की पत्ती का एक चम्मच पानी में मिलाकर उबाले और दिन में कम से कम 3 बार पीने से दर्द से जल्दी छुटकारा मिल सकता है।
* दालचीनी में फाइबर तत्व होते हैं । 1 ग्लास पानी में दालचीनी के साथ शहद मिलाकर पिएं। ये भी दर्द से राहत देता है।
* मासिक धर्म के दौरान कई बार मीठा खाने का मन भी करता है। ऐसा अक्सर होता है। आप सेब, अनार जैसे फलों का सेवन कर सकतें हैं यह सेहत के लिहाज़ से काफ़ी अच्छा है। ऐसा करने से शरीर में खून की मात्रा बढ़ती है।
* अगर आप पीरियड्स के दौरान कुछ ज्यादा चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं और आपके मूड स्विंग्स भी हो रहे हैं तो आप डार्क चॉक्लेट का सेवन भी कर सकतें हैं।
पीरियड्स में क्या न खाएं :- (What Not to Eat during Periods)
पीरियड्स के दौरान महिलाओं में बहुत से changes आते हैं। सबसे आम है Mood Swing होना। इसके साथ साथ चिड़चिड़ापन, कुछ खट्टा खाने का मन करना इत्यादि कई चीज़ें दिमाग में आती हैं। अगर आपके पीरियड्स चल रहे हैं तो आपको कुछ चीज़ों से परहेज़ करना चाहिए जैसे की:
* खट्टे फल:-
का सेवन करने से बचें। अक्सर ऐसा होता है की पीरियड्स के दौरान खट्टे फलों को खाने का मन करता है जैसे की संतरा, नीम्बू, मौसम्मी इत्यादि। लेकिन अगर आपके पीरियड्स चल रहे हैं तो आपको इन चीज़ों के सेवन से बचना चाहिए। अगर आप पीरियड्स के दौरान इन चीज़ों का सेवन करेंगे तो आपका पीरियड्स पेन बढ़ सकता है।
* ठंडी चीज़ें / दूध से बनी चीजें:-
कई-कई बार ऐसा होता है की पीरियड्स के दौरान ठंडी चीज़ों का सेवन करने का मन करता है। महिलाओं को इस दौरान दहीं, आइसक्रीम, रायता खाने का मन करता है। लेकिन इस दौरान ठंडी चीजों और दूध का सेवन नहीं करना चाहिए इससे दर्द बढ़ सकता है। क्यों की दूध से अंदर की गन्दगी अच्छे से नहीं निकल पाती ।
पीरियड्स से जुड़े रोचक तथ्य
आपके पीरियड यदि मिस हो गए हैं और आपको इस बात की चिंता है की कहीं आप प्रेग्नेंट ना हो जाएं। अगर ऐसा है तो आपके लिए यह जानना जरुरी है की इसके अलावा बहुत से और भी कारण है जिससे पीरियड्स मिस या लेट हो सकतें है।
• तनाव :
यह एक ऐसा कारण है जिसकी वजह से सीधा असर आपके पीरियड्स पर पड़ता है। एक शोध के अनुसार किसी विषय के बारे में बहुत अधिक सोचने से भी ऐसा हो सकता है ।
• मेनोपॉज (Menopause):
वैसे 45 की उम्र के बाद ही मेनोपॉज होता है, परंतु कभी-कभी ये महिलाओं में जल्दी भी हो जाता है । महिलाएं अगर बर्थ-कंट्रोल पिल्स का सेवन करती हैं, तो भी पीरियड्स साइकल पूरी तरह बिगड़ सकती है ।
• पॉलिसिसटिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic Ovary Syndrome) :
यदि महिलाएं पॉलिसिसटिक ओवरी सिंड्रोम की शिकार हैं, तो इस कारण से भी पीरियड्स में रुकावट आ सकती है । ऐसे केस में कईं बार महिलाओं की छाती और चेहरे पर बाल भी आ जाते हैं ।
• वज़न घटना और बढ़ना:
यदि किसी कारण से महिला का वज़न बढ़ा या घटा हो तो इससे पीरियड साइकिल पर भी बहुत प्रभाव पड़ सकता है।
• थायराइड :
अगर किसी महिला को थायराइड की समस्या है और थायराइड अचानक बढ़ने या घटने लगे तो इससे भी बहुत अधिक समस्या हो सकती है।
हेल्दी पीरियड आमतौर पर अच्छे स्वास्थ का संकेत माना जाता है इसलिए हर महिला को अपने पीरियड पर नजर रखनी चाहिए। यदि आपको पीरियड्स के समय असहनीय दर्द, हैवी ब्लीडिंग, या पीरियड्स बहुत जल्दी या लेट आने की शिकायत हो अपने डॉक्टर से अवश्य सम्पर्क करें।